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क्राइम

एनएचआरसी ने प्रयागराज हत्याकांड में संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के खेवराजपुर गांव हत्याकांड की घटना में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले कांग्रेस और टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के चेयरमैन से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। फिलहाल एनएचआरसी में इस घटना में गम्भीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों के अनुसार, प्रयागराज (खेवराजपुर) की भयावह घटना के संबंध में हमारी पार्टी के प्रतिनिधियों द्वारा एक ज्ञापन सौंपे जाने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आखिरकार मामला दर्ज कर लिया है। हमें उम्मीद है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी। दरअसल उत्तरप्रदेश के प्रयागराज के खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या के बाद आरोपियों ने घर में आग लगा दी थी। आरोपियों ने बड़ी बेरहमी से हत्या की थी। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। वहीं इस हत्याकांड के बाद टीएमसी ने पिछले दिनों सांसद डोला सेन, ममता बाला ठाकुर, साकेत गोखले, ज्योत्सना मांडी और ललितेश त्रिपाठी की पांच सदस्यीय फैक्ट्स फाइंडिंग कमेटी का गठन किया था, जिसके बाद उस टीम ने खेवराजपुर गांव का दौरा किया, पीड़ितों से मुलाकात कर अब एनएचआरसी चेयरमैन के सामने अपनी मांगे रखी हैं। टीएमसी ने बीते शुक्रवार को एनएचआरसी को दिए ज्ञापन में कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। टीएमसी सदस्यों का दावा है कि पिछले एक महीने में प्रयागराज के उस इलाके में 31 हत्याएं हुई। पत्र के अनुसार पीड़ित सुनील ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी और बहन के साथ दुष्कर्म किया गया था, जबकि स्थानीय पुलिस ने उसके बयान के मुताबिक शिकायत दर्ज की। यहां तक की प्राथमिकी में भी बलात्कार का जिक्र नहीं था। जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार रेप का आरोप लगते ही प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। पीड़ितों के परिजनों की शिकायत के बावजूद मामला प्राथमिकी में नहीं रखा गया। आरोप है कि हत्या करने वालों ने परिवार के सदस्यों की ईंट-पत्थर से कुचल कर निर्मम हत्या की गई थी। खेवराजपुर गांव के दौरा करने के बाद टीएमसी और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाया था। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल का आरोप है कि पुलिस पूरी तरह से मूकदर्शक बनी हुई थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के योगी सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस में एनएचआरसी से उचित कार्रवाई की मांग की थी। --आईएएनएस पीटीके/एएनएम