सुपौल, 24 फरवरी (हि. स.)। जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी गांव में बुधवार को मानवता को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। जहां किसी ने एक नवजात शिशु को कार्टून में डालकर पुलिया के नीचे एक झाड़ी में फेंक दिया। लेकिन इस बीच गांव के कुछ लोग पुल के नीचे नवजात को देखकर उसे अस्पताल पहुंचाया। कोरियापट्टी गांव में मदरसा के समीप से गुजर रहे कुछ लोगों को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद लोग उस नवजात को अस्पताल पहुंचा दिया। इसके बाद लोगों ने राघोपुर पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए तत्काल बच्चे को गनपतगंज पीएचसी में भर्ती करवाया। जहां बच्चे का इलाज होने के बाद बच्चा स्वस्थ हो गया है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही बच्चे को देखने व गोद लेने की ललक में अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच राघोपुर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और बच्चे को अपने कब्जे में लेकर एक नर्स के हाथों में सुरक्षित रख दिया। जिसके बाद इसकी जानकारी चाइल्ड केयर वालों को दी गई। बताया गया है कि चाइल्ड हेल्पलाइन वाले वहां पहुंचकर बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया है। जिसके बाद वे लोग कागजी प्रक्रिया पूरी कर बच्चे को अपने साथ सुपौल लेकर चले गए। इस दौरान लोगों के बीच तरह तरह के अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा। लोग बच्चे के माता पिता को काफी कोसते नजर आए। लोगों का कहना था कि अपना पाप छुपाने के लिए इस तरह का अमानवीय कार्य किया गया है। भले ही बच्चे के सगे मां बाप ने उसे झाडियों में फेंककर मानवता को शर्मसार करने का काम किया हो, लेकिन कहते हैं कि मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है। उक्त नवजात बच्चे के लिए भी गांव के लोग भगवान से कम साबित नहीं हुए। इस बाबत थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन सुपौल को दी गई। जिसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी कर बच्चा उन्हें सौंप दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/ राजीव