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क्राइम

एनडीआरएफ ने बाढ़ प्रभावित पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर जिलों में 9 टीमें तैनात की

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने पश्चिम बंगाल के दो बाढ़ प्रभावित जिलों पूर्व और पश्चिम मिदनापुर में नौ टीमों को तैनात किया है। एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि दोनों जिलों में तैनात टीमों को बचाव अभियान के लिए जेमिनी बोट और आवश्यक सामान जैसे सभी आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हुगली, न्यू जलपाईगुड़ी, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता और सिलीगुड़ी सहित राज्य के विभिन्न स्थानों पर 10 टीमें वर्तमान में स्टैंडबाय पर हैं। पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर में करीब तीन लाख लोग बेघर हो गए हैं क्योंकि भारी बारिश के बाद दोनों जिलों के बड़े इलाके में पानी भर गया है। पश्चिम बंगाल प्रशासन के एक सूत्र ने बताया कि पश्चिम मिदनापुर में सबांग क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ और बुधवार रात से छह स्थानों पर केलेघई और कपालेश्वरी नदियों के तटबंधों के टूटने के बाद बाढ़ का कहर देखा जा रहा है। चूंकि दोनों जिलों में पिछले दो दिनों में 400 मिमी से अधिक बारिश हुई है, इससे कम से कम पांच नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं और कई तटबंधों को तोड़ दिया है। मिदनापुर और हुगली को पिछले महीने भी विनाशकारी बाढ़ का सामना करना पड़ा था। पश्चिम बंगाल सरकार घटल मास्टर प्लान के लिए केंद्रीय सहायता की मांग करती रही है। 31 अगस्त को, राज्य सरकार की एक टीम ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार से कम से कम चार परियोजनाओं को लागू करने के लिए फंड की मांग की। घटल उप-मंडल पश्चिम बंगाल के बाढ़ संभावित क्षेत्रों में से एक है और बाढ़ के खतरों के प्रति बहुत संवेदनशील है। सिलाबटी नदी के महत्वपूर्ण जल निकासी पैटर्न और मानसूनी जलवायु में उतार-चढ़ाव घटल ब्लॉक में बाढ़ के मुख्य कारण हैं, जिससे हर साल भारी नुकसान होता है। --आईएएनएस एसएस/आरएचए