बिलासपुर 29 दिसम्बर (हि.स.)। बिलासपुर के टिकरापारा में रहने वाले विरल दामानी ने 28 दिसम्बर को सरकंडा थाने में रिपोर्ट कर शिव घाट सरकंडा के पास स्थित स्टेट बैंक के एटीएम से छेड़छाड़ कर अज्ञात लोगों द्वारा 29 हजार रुपये पार करने की सूचना दर्ज कराई। मामले में विरल दमानी ने बताया कि वह पीएस आई आई लिमिटेड में सीनियर एग्जीक्यूटिव के पद पर काम करता है। उसकी कंपनी छत्तीसगढ़ में एटीएम लगाने और उसकी देखरेख व मरम्मत का काम करती है। 26 दिसंबर को उन्होंने पाया कि शिव घाट स्थित एसबीआई के एटीएम में छेड़छाड़ कर लगभग 29 हजार रुपये अज्ञात लोगों के द्वारा पार कर दी गई है। उसने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई है। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि राजकिशोर नगर के एटीएम के पास दिल्ली पासिंग की गाड़ी में चार लोग बैठे हैं जो एटीएम में छेड़छाड़ के संदिग्ध दिखाई दे रहे हैं। इस पर थाना प्रभारी जेपी गुप्ता टीम लेकर तुरंत वहां पहुंचे और उन संदिग्ध लोगों की तलाशी ली। तलाशी में उनके पास से अलग-अलग बैंकों के 12 एटीएम 4 मोबाइल और पुलिस तथा मीडिया का फर्जी आई कार्ड बरामद किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और उन्होंने पुलिस को इस बात की पूरी जानकारी दे दी कि वह किस तरह अपनी वारदात को शातिराना ढंग से अंजाम दिया करते थे। शातिराना ढंग से करते थे धोखाधड़ी पुलिस की जानकारी के मुताबिक आरोपिी एसबीआई की एटीएम में अलग-अलग बैंक के कार्ड लगाकर पैसे निकाल और फिर मशीन में छेड़छाड़ कर देते। जिसमें स्क्रीन में एरर आ जाते और बैंक को पैसे निकलने की जानकारी नहीं हो पाती। फिर इसी बात को लेकर कस्टमर केयर को पैसे फंस जाने की शिकायत कर देते, जिससे 7 दिनों में पैसा वापस एकाउंट में आ जाता था। उत्तर प्रदेश के गिरोह आरोपियों के कबूल होने के पश्चात पुलिस ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में रहने वाले इन चारों आरोपितों अजीत कुमार पिता विनय बहादुर कानपुर, आदेश कुशवाहा पिता रघुवीर कुशवाहा जालौन, अंकित निषाद पिता अनिरुद्ध निषाद हमीरपुर और बाबूजी निषाद पिता अल्लू निषाद जालौन को गिरफ्तार कर लिया है। हिन्दुस्थान समाचार / गेवेन्द्र-hindusthansamachar.in