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क्राइम

फर्जी दस्तावेज तैयार कर वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाने के मामला:आरटीओ इंस्पेक्टर चढा पुलिस के हत्थे

Raftaar Desk - P2

जयपुर,24 मार्च (हि.स.)। खो नागोरियान थाना पुलिस ने वाहनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 45 वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में एक आरटीओ इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इस इंस्पेक्टर की इस मामले में लंबे समय से तलाश थी। पकड़े गए इंस्पेक्टर ने ही फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में वाहनों का फिजीकल वेरीफिकेशन किया था। पुलिस को अब भी इस मामले में अन्य आरटीओ इंस्पेक्टर, बाबू और इस फर्जीवाड़े में जुड़े कुछ अन्य दलालों की तलाश है, जो फरार चल रहे है। थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि बुधवार को वाहनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 45 वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में आरटीओ इंस्पेक्टर सतेन्द्र शर्मा को झालाना आरटीओ कार्यालय से गिरफ्तार किया है। पुलिस की ओर से इंस्पेक्टर को पकड़ते ही आरटीओ कार्यालय में हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। अभी पुलिस को इस मामले में अन्य आरटीओ इंस्पेक्टर और बाबूओं की तलाश है, जो इस फर्जीवाड़े में शामिल है। इस मामले में पुलिस ने करीब एक सप्ताह पहले दलाल नजीर अहमद और आरटीओ में काम करने वाला बाबू जहांगीर खान को गिरफ्तार किया था। आरोपितों ने 45 से ज्यादा बड़े वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर फाइनेंस कंपनियों से लोन उठाने के मामले में लिप्त है। साल 2019 में जिला परिवहन अधिकारी जाकिर हुसैन ने मामला दर्ज करवाया था कि साल 2018 में एक वाहन के लोन निरस्तीकरण का आवेदन पत्र प्राप्त हुआ, जिसका रजिस्ट्रेशन आरटीओ ऑफिस जगतपुरा में हुआ था। इतने कम समय में लोन समाप्त होने व अनापति प्रमाण पत्र लेने का मामल संदिग्ध लगा। उसके जांच करवाई तो वाहन का रजिस्ट्रेशन फर्जी निकला। इसके बाद जुलाई 2018 से जनवरी 2019 तक दस्तावेजों की जांच करवाई तो करीब 45 वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन पाए गए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि बदमाश उक्त वाहनों के फर्जी दस्तावेज तैयार करके कर्मचारियों से मिलीभगत करके फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाते है। उसके बाद उक्त वाहन पर लोन कंपनियों के कर्मचारियों से सांठगांठ करके लोन उठा लेते है। उसके बाद उन वाहन की झूठी चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवा देते थे। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप