कोटद्वार, 07 जून (हि.स.)। कांग्रेस सेवादल व नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन किया। सभी कार्यकर्ता बद्रीनाथ मार्ग स्थित कार्यालय पर शारीरिेक दूरी का पालत करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस अवसर पर कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि न्यायोचित सत्य का आग्रह ही सत्याग्रह है। सत्य यह है कि उत्तराखंड के काबीना मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिजनों ने कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद संबंधित कानूनों का उल्लंघन किया है और सरकार उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है। नेताओं ने कहा कि ऐसे ही मामले में राज्य सरकार पहले ही रंवाई उत्तरकाशी के प्रवीण जयाडा जैसे साधारण नौजवान पर संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर चुकी है। लेकिन सतपाल महाराज के राजनीतिक रसूख के आगे कानून अब तक कुछ नहीं कर पा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि आखिर एक प्रदेश में एक ही कानून तोड़ने वालों पर भेदभाव क्यों। सत्याग्रह आंदोलन में पूर्व राज्यमंत्री जसवीर राणा, सौरव पांडे, तेजपाल पटवाल, बृजेंद्र, प्रवेश रावत, पवन रावत, राकेश शर्मा, देवेन्द्र भट्ट, आलोक बडोला व अतुल नेगी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/अवनीश-hindusthansamachar.in