नई दिल्ली, 09 जुलाई (हि.स.)। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) और ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) ने गुरुवार को न्यू इंडियन फ्यूल एंड मोबिलिटी वेंचर का ऐलान कर दिया है। दोनों ही कंपनियों की इस ज्वाइंट वेंचर का नाम 'रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड' (आरबीएमएल) होगा। इसके तहत बीपी ने ज्वाइंट वेंचर में 49 फीसदी हिस्सेदारी के लिए एक अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) का भुगतान किया है। वहीं, इस पार्टनरशिप में आरआईएल की हिस्सेदारी 51 फीसदी की होगी। गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में दोनों ही कंपनियों ने एक नई ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने की अपनी योजना की घोषणा की थी। इसके मुताबिक 51 फीसदी स्वामित्व आरआईएल के पास होगा, जबकि बाकी बचे हिस्से पर बीपी का अधिकार होगा। रिलायंस ने कहा कि बीपी अपने मौजूदा पेट्रोल पंपों और विमानन टर्बाइन ईंधन नेटवर्क में 49 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए करीब 7,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। दरअसल जियो-बीपी ब्रांड के तहत ऑपरेट की जाने वाली ये ज्वाइंट वेंचर भारत में ईंधन और मोबिलिटी मार्केट में प्रमुख कंपनी बनने का लक्ष्य रखती हैं। इसके साथ ही इस ज्वाइंट वेंचर की पहुंच देश के 21 राज्यों में होगी और जियो प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी लाखों ग्राहक इससे जुड़ सकेंगे। इसके अलावा इस वेंचर में बीपी अपने वैश्विक उच्च स्टैंडर्ड के ईंधन, ल्युब्रिकेंट, रिटेल और एडवांस लो कार्बन सॉल्युशन को लेकर अपनी वैश्विक अनुभव साझा करेगी। उल्लेखनीय है कि इस ज्वाइंट वेंचर के साथ ही दोनों कंपनियां भारत में तेजी तेजी से बढ़ रहे एनर्जी और मोबिलिटी की मांग को पूरा करना चाहती हैं। एक अनुमान है कि अगले 20 साल में भारत का ईंधन बाजार पूरी दुनिया की तुलना में सबसे तेजी से आगे बढ़ेगा। इस दौरान देश में पैसेंजर कारों की संख्या करीब 6 गुना बढ़ेगी। हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर-hindusthansamachar.in