माइक्रोसॉफ्ट खरीद सकती है टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार, दूसरी कंपनियां भी दिखा रहीं दिलचस्पी
माइक्रोसॉफ्ट खरीद सकती है टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार, दूसरी कंपनियां भी दिखा रहीं दिलचस्पी 
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माइक्रोसॉफ्ट खरीद सकती है टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार, दूसरी कंपनियां भी दिखा रहीं दिलचस्पी

Raftaar Desk - P2

चीन के दिग्गज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक पर अमेरिका में बैन होने के खतरा मंडरा रहा है। इससे बचने के लिए कंपनी नई रणनीति अपना रही है। बैन से बचने के लिए टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस अमेरिकी कारोबार को बेचने पर विचार कर रही है। इसके लिए बाइटडांस की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट से बातचीत चल रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के अलावा कई अन्य कंपनियों ने भी टिकटॉक का अमेरिका कारोबार खरीदने की इच्छा जताई है। अमेरिका में सुरक्षा जांच का सामना कर रही है टिकटॉक चाइनीज वीडियो शेयरिंग टिकटॉक को अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर जांच का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, बाइटडांस कम से कम एक और बड़ी कंपनी से टिकटॉक में निवेश को लेकर बातचीत कर रही है। हालांकि, सूत्र ने कंपनी का नाम बताने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को विभाजित करने का आदेश दे चुके हैं जिसकी घोषणा कभी भी हो सकती है। इसको देखते हुए बाइटडांस टिकटॉक के स्ट्रक्चर में बदलाव करने पर विचार कर रही है। वेंचर इन्वेस्टर्स ने दिए कई प्रस्ताव इस मामले से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका की सुरक्षा धमकियों को देखते हुए वेंचर इन्वेस्टर्स ने बाइटडांस के सीईओ झांग यामिंग को कई प्रस्ताव दिए हैं। इसमें से किसी भी प्रस्ताव को अमेरिकी की विदेशी निवेश को लेकर बनी कमेटी की जांच का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा अमेरिका की एंटी ट्रस्ट रेगुलेटरी से भी मंजूरी लेनी होगी। यह सौदा अमेरिका में सबसे तेजी बढ़ते सोशल मीडिया ऐप के लाभ में शामिल होने का दुर्लभ अवसर प्रदान करेगा। फिर भी सभी कंपनियों के इस सौदे की ओर आकर्षित होने की संभावना नहीं है। 20 से 40 बिलियन डॉलर हो सकती है टिकटॉक की वैल्यूएशन रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में टिकटॉक की वैल्यूएशन 20 से 40 बिलियन डॉलर के बीच हो सकती है। ऐसे में कई कंपनियां इस कीमत को वहन कर सकती हैं। इसमें से अधिकांश कंपनियों को यह कदम उठाने में राजनीतिक रूप से मुश्किल होने की संभावना होगी। फेसबुक, गूगल, अमेजन और एपल के सीईओ को इसी सप्ताह बाजार प्रतिस्पर्धा संबंधी अमेरिकी कांग्रेस के सवालों का जवाब देना पड़ा है। इन चारों में से कोई भी कंपनी टिकटॉक को अपने उत्पाद की पेशकश में फिट कर सकती हैं। हालांकि, इन कंपनियों की ओर से किए गए पुराने सौदे जांच के घेरे में हैं। फिटबिट इंक के अधिग्रहण को लेकर यूट्यूब पर चल रही है जांच गूगल का वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब फिटबिट इंक के अधिग्रहण को लेकर यूरोपियन यूनियन की जांच का सामना कर रहा है। एपल टिकटॉक जैसी बड़ी कंपनी के अधिग्रहण के लिए तैयार नहीं है। फेसबुक को इंस्टाग्राम और फेसबुक के अधिग्रहण को लेकर एंटीट्रस्ट जांच का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया नेटवर्क के रूप में मशहूर फेसबुक पहले ही कानून निर्माताओं को टिकटॉक के खिलाफ करने के लिए काम कर रहा है। हालांकि, पहले से ही डाटा सिक्योरिटी को लेकर कोर्ट कार्यवाही का सामना कर रहा फेसबुक इस डील के जरिए एक और मुसीबत मोल नहीं लेना चाहता है। माइक्रोसॉफ्ट की वॉशिंगटन में अच्छी प्रतिष्ठा 1.55 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट वैल्यू के साथ माइक्रोसॉफ्ट गूगल और फेसबुक से बड़ी कंपनी है और इस समय कंपनी की वॉशिंगटन में अच्छी प्रतिष्ठा है। एंटी ट्रस्ट जांच की सुनवाई में भी माइक्रोसॉफ्ट को नहीं बुलाया गया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक को अपने ऑपरेशन में शामिल करेगा या नहीं। माइक्रोसॉफ्ट के पास अन्य निवेशकों के साथ मिलकर टिकटॉक को अमेरिका में अलग एंटिटी के तौर पर चलाने का भी विकल्प है। निवेशक भविष्य में टिकटॉक को बाजार में लिस्ट कराकर ज्यादा लाभ भी ले सकते हैं। पहले भी सोशल मीडिया एसेट्स में दिलचस्पी ले चुकी हैं कई कंपनियां वॉल्ड डिज्नी कंपनी और वेरीजोन कम्युनिकेशन इंक जैसी मीडिया कंपनियां पहले भी सोशल मीडिया एसेट्स की खरीदारी में दिलचस्पी ले चुकी हैं। टिकटॉक के अमेरिकी सीईओ केविन मेयर डिज्नी के प्रमुख रह चुके हैं। मेयर मीडिया वर्ल्ड में ब्रेकर की मदद के लिए अच्छी स्थिति में हैं। सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर और स्नैपचैट वैल्यूएशन के मामले में टिकटॉक से काफी छोटे हैं और वे इसे खरीदने के इच्छुक नहीं हैं। ऐसे ट्रांजेक्शन को पूरा करने के लिए इन कंपनियों को स्टॉक या अन्य वित्तीय मदद लेनी पड़ेगी। टिकटॉक के अमेरिका में 165 मिलियन यूजर अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि टिकटॉक अपने अमेरिकी कारोबार को किस तरह से विभाजित करेगी और वे मौजूदा चीन की ओनरशिप से अपने आप को कैसे अलग करेगी। कंपनी ने अभी तक यह भी नहीं बताया है कि इस कदम से कर्मचारियों, तकनीक और उत्पाद पर कैसा असर होगा। हालांकि, ओनरशिप अलग होने के बाद भी कोई एक ग्रुप ऐसा नहीं है जो टिकटॉक को खरीद सकता है या फिर इसमें निवेश कर सकता है। टिकटॉक के अमेरिका में 165 मिलियन यूजर हैं।-newsindialive.in