jharkhand-to-develop-500-acres-of-industrial-corridor-along-the-highway-lead-1
jharkhand-to-develop-500-acres-of-industrial-corridor-along-the-highway-lead-1 
बाज़ार

राजमार्ग के साथ 500 एकड़ का औद्योगिक गलियारा विकसित करेगा झारखंड (लीड-1)

Raftaar Desk - P2

रांची, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड सरकार ने धनबाद शहर में गोविंदपुर से साहिबगंज को जोड़ने वाले राजमार्ग के किनारे 500 एकड़ में फैले एक नए औद्योगिक गलियारे को विकसित करने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को इस परियोजना के लिए राजमार्ग को जोड़ने वाली सड़क के दोनों ओर की जमीन का उपयोग करने का निर्देश दिया है। उद्योग, राजस्व और भूमि सुधार विभागों के सचिवों को जमीन की उपलब्धता और अन्य संसाधनों की संभावनाओं का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। गोविंदपुर को धनबाद के साहिबगंज से जोड़ने वाली सड़क 311 किलोमीटर लंबी है। धनबाद कोयला उत्पादन का केंद्र है, जबकि साहिबगंज में राज्य का एकमात्र बंदरगाह 2019 में शुरू किया गया था। इस राजमार्ग और इसके आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं। तैयार उत्पाद और कच्चे माल के परिवहन के लिए भी यह राजमार्ग उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। फिलहाल यह टू-लेन एक्सप्रेस-वे है और इस प्रोजेक्ट पर जल्द ही इसे फोर-लेन रोड में बदलने का काम शुरू होने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने सड़क के 50 किमी के भीतर एक औद्योगिक आर्थिक गलियारा बनाने की योजना बनाई है जो 50,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भूमि का उपयोग उद्योग स्थापित करने के साथ-साथ आवास के लिए भी किया जाए। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार ने संथाल परगना संभाग के सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया है। अधिकारियों को किसानों की जमीन के अधिग्रहण के बदले में दी जाने वाली मुआवजा व अन्य सुविधाओं आदि का आकलन करने को कहा गया है। गोविंदपुर-साहिबगंज रोड को औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने के लिए कई कनेक्टेड स्पर रोड का निर्माण किया जाएगा ताकि इस सड़क के आसपास स्थापित होने वाली औद्योगिक इकाइयों को मुख्य सड़क से जोड़ा जा सके। उद्योग स्थापित करने की इच्छुक फर्मों को भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। बाद में इस सड़क को साहिबगंज में गंगा नदी और वहां बन रहे गंगा पुल से भी जोड़ा जाएगा, जिससे बिहार और उत्तर-पूर्व को जोड़ने में आसानी होगी। इससे कारोबार का दायरा भी बढ़ेगा। --आईएएनएस एसएस/एसकेके