Budget 2024
Budget 2024 Raftaar
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Budget 2024 में आम लोगों को क्या मिला खास? नए भारत का फामूर्ला और विकसित राष्ट्र का ख्वाब; टैक्सपेयर्स उदास

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार 2.0 का अंतरिम बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश यह बजट मोदी सरकार 2.0 का आखिरी बजट है। चुकी यह चुनावी बजट था तो लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें थी। लेकिन वित्त मंत्री के बजट भाषण में ऐसी किसी भी योजना को लेकर कोई घोषणा देखने को नही मिली। इस बजट में बड़ी बड़ी घोषणाएं नहीं हैं, और न ही टैक्स रिलीफ की बाट जोह रहे मिडिल क्लास के लिए कोई नई घोषणा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बजट भाषण में मिडिल क्लास या यू कहें टैक्सपेयर्स को थैंक्यू के अलावा कुछ खास नही मिला है।

अंतरिम बजट के भाषण में 42 बार टैक्स शब्द का इस्तेमाल

गौरतलब बात यह है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में मोदी सरकार के काम-काज का पूरा ब्यौरा पेश किया और अपनी उपलब्धियों को खूब सराहना भी की। इसके साथ निर्मला सीतारमण ने 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही उन्होंने जुलाई में आने वाले बजट के लिए बहुत कुछ इशारा किया है। आपको बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट के भाषण में 42 बार टैक्स शब्द का इस्तेमाल किया। लेकिन मिडिल क्लास को टैक्स में राहत के नाम पर सिर्फ 'परंमपरा' का ज्ञान मिला। हालांकि निर्मला सीतारमण ने मिडिल क्लास को टैक्स में राहत के लिए पूर्ण बजट का इंतजार करने को कहा।

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में दिखी तीन गुना उछाल

इसके साथ वित्त मंत्री ने अपने भाषण में ये भी बताया कि पिछले 10 साल से अधिक समय में इस बार टैक्स कलेक्शन दोगुना हो गया है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा, 'राजस्व घाटे का टार्गेट बजट अनुमान के 5.9 फीसदी की तुलना में 5.8 फीसदी आंका गया है।' इसके साथ मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में तीन गुना उछाल देखने को मिला है। सीबीडीटी के मुताबिक 2013-14 में कुल 5,26,44,496 टैक्सपेयर्स थे जिनकी संख्या 2022-23 में बढ़कर 9,37,76,869 हो गई है।

बजट भाषण में क्या रहा खास?

इस अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोगों से जुलाई 2024 के बजट के आने का इंतजार करने को कहा। इनका पूरा भाषण जुलाई में पूर्ण बजट पर केंद्रित रहा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में संकेत दिया कि आम चुनाव के बाद उनकी सरकार वापसी कर रही है। और उसके बाद आने वाले बजट में सरकार लोगों को उनकी आकांक्षाओं को साकार करने का काम करेंगी। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि, यह अमृत काल हमारे लिए 'कर्तव्य काल' है। वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई में पूर्ण बजट में हमारी सरकार 'विकसित भारत' के लक्ष्य के लिए एक विस्तृत रोडमैप पेश करेगी।

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