दिल्ली की सीमाएं सील करने के आदेश को भाजपा ने बताया तुगलकी फरमान
दिल्ली की सीमाएं सील करने के आदेश को भाजपा ने बताया तुगलकी फरमान 
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दिल्ली की सीमाएं सील करने के आदेश को भाजपा ने बताया तुगलकी फरमान

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 02 जून (हि.स.)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा राजधानी की सीमाएं एक हफ्ते के लिए सील करने वाले आदेश पर विपक्षीय दल भाजपा ने कड़ा प्रहार करते हुए इस आदेश को तुगलकी फरमान करार दिया है। दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी मंगलवार को ट्विटर पर एक वीडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य के मुखिया केजरीवाल दिल्ली के बॉर्डर को एक हफ्ते के बंद करके एक प्रकार से लोगों के मौलिक अधिकारों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और संविधान के अनुच्छेद 14,19 और 21 का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को जब राजधानी की सीमाएं सील करने की जरूरत थी, तब ऐसा किया नहीं गया और अब जब देश अनलॉक की तरफ बढ़ा रहा है तब सीमाएं सील कर जा रही है, जोकि अमानवीय कदम है। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि राज्य की सीमाएं को करने के लिए सरकार की तरफ से तर्क यह दिया जा रहा है कि कोई अन्य राज्य का व्यक्ति दिल्ली में इलाज के लिए आ ना पाए। अब सवाल उठाता है कि आखिर कौन लोग है जो दिल्ली में इजाल के लिए आ रहे हैं। उत्तर प्रदेर, बिहार, हरियाणा के लोगों को अपने राज्यों में ही सुरक्षित हैं। वे तो पहले से दिल्ली के वर्तमान के हालात से परिचय हैं और डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सीमाएं उन लोगों के लिए दिल्ली सरकार ने बंद कर दी हैं, जो एनसीआर रहते हैं। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल इससे पहले भी एक तुगलकी फरमान जारी किया था जीटीबी हॉस्पिटल को लेकर कि वहां पर कोई बाहर व्यक्ति इलाज नहीं कर सकता है। लेकिन जब एक एनजीओ ने इस आदेश को लेकर कोर्ट में चैलेंज किया। तब जाकर सरकार ने आदेश को वापस लिया। तिवारी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से पूछा कि आखिर यह सारे तुगलकी फरमान क्यों जारी किए जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि इस कोरोना संकट में आप बार बार बोलते हैं ना कि इस संकट में मिलकर चलना चाहिए। हम उसी के समर्थक हैं और हमारी आपसे प्रार्थना है इन सारे प्रश्नों पर आप दिल्ली को जवाब दीजिए। इस समय दिल्ली को राहत की जरूरत है न कि सजा की। हिन्दुस्थान समाचार/वीरेन-hindusthansamachar.in