भारत से हर साल 1 लाख 40 हजार हाजी जाते हैं साऊदी अरब भदोही से 88 यात्रियों ने किया था आवेदन, मुशीर ने फैसले किया स्वागत भदोही, 25 जून (हि.स.)। कोरोना के वैश्विक संक्रमण की वजह से सऊदी सरकार ने हजयात्रा निरस्त करने के बजाय हाजियों की संख्या को सीमित कर दिया है। इस फैसले का गुरुवार को हज सेवा समिति के भदोही जिला अध्यक्ष मुशीर इकबाल ने स्वागत किया है। इसे एक बेहतर कदम बताया है। मुशीर इकबाल ने बताया है कि हजयात्रा को लेकर लोग फिक्रमंद थे कि कोराना महामारी को लेकर हज यात्रा निरस्त न कर दी जाय। लेकिन अब जो फैसला आया है, उससे हमें खुशी हुई है। कुछ शर्तो व पाबन्दियों के साथ इस साल भी हज होगी। सऊदी अरब में पहले से रहने वाले मुसलमान चाहे व किसी भी देश के हो वह हज कर सकते है। उन्होंने ने कहाकि कोरोना की वजह से इससे अच्छा और कोई फैसला नहीं हो सकता है। ज्ञात हो कि भारत से एक लाख चालीस हजार मुसलमानों को हज करने का सऊदी हुकूमत ने कोटा निर्धारित किया है। लेकिन संख्या निर्धारित होने से इस साल हज पर अधिक लोग नहीं जा पाएँगे। इसका अफसोस है। सऊदी हुकूमत से सीमित हज करने का फैसला आने के बाद हज कमेटी आफ इन्डिया ने आज़मीन हज का पैसा व पासपोर्ट लौटाना शुरू कर दिया है। मुशीर ने बताया है कि पहले पैसा वापस पाने के लिए एक फार्म भर कर हज कमेटी आफ इन्डिया में जमा करना था, लेकिन अब उसकी ज़रूरत नहीं है। सीधे उनके बैंकखाते में पैसा डाल दिया जाएगा। स्पीड पोस्ट से पासपोर्ट भी भेज दिया जायेगा। इस प्रक्रिया में तकरीब एक माह का वक्त लगेगा। इसके अलावा लखनऊ हज कमेटी के दफ्तर से भी लोग पासपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं। जिले से हज यात्रा के लिए जाने वाले सभी 88 आज़मीन अपना पैसा व पासपोर्ट प्राप्त कर लें अगर कोई दिक्कत आ रही है तो मुझसे सम्पर्क कर करें। हिन्दुस्थान समाचार/प्रभुनाथ/राजेश-hindusthansamachar.in