आमतौर पर त्वचा चार तरह की होती है- नॉर्मल, ड्राय, ऑइली और सेंसेटिव। ऑइली स्किन (Oily Skin) का मतलब है आपकी स्किन में लिपिड लेवल यानि वसा की मात्रा ज्यादा होना। आपकी स्किन किस टाइप की है, यह तीन फैक्टर पर निर्भर होता है- पानी, लिपिड लेवल और संवेदनशीलता। ऑइली स्किन अकसर हार्मोनल बदलाव की वजह से होती है, इसका सम्बन्ध लाइफस्टाइल से भी है। ऑइली स्किन चमकदार, मोटी और बेजान होती है। इस तरह की स्किन वाले पुरुष और महिलाओं की आंख के नीचे काले धब्बे आने का खतरा रहता है। ऑइली स्किन में पोर्स (Pores) यानि त्वचा में पाए जाने वाले छिद्र बड़े-बड़े होते हैं और सैबेकियस ग्लैंड (Sebaceous Glands), ज्यादा सक्रिय होते हैं। नतीजा ऐसी स्किन ऑइली हो जाती है।
माहवारी के दौरान हार्मोनल बदलाव - Hormonal changes during menstruation
हर महीने मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के शरीर में हुए हार्मोनल बदलाव से तैलीय ग्रंथि ज्यादा सक्रिय हो जाती है। इस दौरान निकले एंड्रोजेन हार्मोन (Androgen Hormone) की वजह से त्वचा में ज्यादा मात्रा में तेल निकलने लगता है, जिससे त्वचा के छिद्र भी बंद हो जाते हैं।
तनाव से भी बढ़ती है ऑइली स्किन की समस्या - Stress also increases the problem of oily skin
टेंशन ज्यादा लेने से हार्मोनल संतुलन बिगड़ता है। एक शोध के अनुसार तनाव के दौरान शरीर से कॉर्टिसोल हार्मोन (Cortisol Hormone) का रिसाव होता है जिस वजह से त्वचा तैलीय हो जाती है।
गर्भनिरोधक गोलियों से भी होती है स्किन ऑइली - Contraceptive pills also make skin oily
आपके लाइफस्टाइल का भी स्किन की सेहत से सीधा सम्बन्ध है। अगर आप बर्थ कंट्रोल के लिए गर्भनिरोधक (Contraceptive) या फिर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए दवाइयां लेते हैं तो यह आपके शरीर में हार्मोनल लेवल को बढ़ाता है, जो त्वचा के ऑइली होने का कारण बनता है।
आनुवांशिकता भी है वजह - Heredity also makes skin oily
शोध में पाया गया है कि ऑइली स्किन का सम्बन्ध जीन (genes) से भी है। अगर आपके माता-पिता की स्किन ऑइली है तो संभव है आपकी स्किन भी ऑइली होगी क्योंकि ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों की स्किन में सैबेकियस ग्लैंड (Sebaceous Glands) सक्रिय रहती है, उनके बच्चों की त्वचा में भी ये ग्रंथि ज्यादा सक्रिय रहती है।
और भी हैं कई कारण -
क्लींजिंग - Cleansing
चेहरे के पोर्स से तेल और गंदगी को साफ करने के लिये क्लींजर (Cleanser) का प्रयोग करें। उसके बाद अपने चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
दिन में दो तीन बार चेहरा धोएं। हफ्ते में दो बार फेस स्क्रब करें। इससे चेहरे की स्किन को सांस लेने में मदद मिलेगी और चेहरे पर ब्लैकहेड्स (Blackheads) भी नहीं होंगे।
टोनिंग - Toning
आपका दूसरा स्टेप होना चाहिए, चेहरे की टोनिंग करना। चेहरे पर टोनर लगाइये जिससे स्किन के पोर्स बंद हो जाएं, नहीं तो खुले पोर्स में गंदगी फिर से जम सकती है। टोनर के रूप में गुलाब जल भी लगाया जा सकता है।
मॉइश्चराइजर - Moisturizer
ऑइली स्किन तैलीय होती है मगर इसका यह मतलब नहीं कि आप उस पर मॉइश्चराइजर ना लगाएं। आपको वॉटर बेस वाला मॉश्चराइजर लगाना चाहिए।
फेस मास्क - Face Mask
फेस मास्क लगाने से चेहरे की डेड स्किन निकल जाती है और चेहरा खिल जाता है। बाजार से फेस मास्क खरीदने से बेहतर है कि आप घरेलू चीजों जैसे नींबू, ओट्स, अंडा, दूध, पपीता आदि से फेस मास्क तैयार करें।
सेहतमंद आहार खाएं - Eat Healthy Food
ऑइली फूड और बहुत ज्यादा फैट वाला आहार ना खाएं। आपको खूब फल और सब्जियां खानी चाहिए और लिक्विड डाइट में ग्रीन टी, जूस और पानी लेना चाहिए।
• कैलामाइन पैक में विटामिन सी टोनर मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे हफ्ते में तीन बार चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
• मुल्तानी मिट्टी, चंदन पाउडर और नीम पाउडर को बराबर मात्रा में गुलाबजल के साथ मिलाकर हफ्ते में दो बार चेहरे पर लगाएं। बीस मिनट बाद चेहरा धो लें।
• 10 से 12 गिलास पानी पिएं। मिर्च-मसाले व फास्ट फूड आदि का सेवन कम से कम करें। सुबह खाली पेट एक आंवला खाएं।
• चाहे जितनी गर्मी हो लेकिन अपने होठों पर लिप बाम लगाना बिल्कुल भी ना भूलें।
• पाउडर न ही लगाएं तो बेहतर है, पाउडर लगाने से आपको ज्यादा पसीना आता है
• अगर चेहरा ऑइली है तो अपने चेहरे से गंदगी को हटाने के लिये स्क्रब करना ना भूलें
• लाइट आई शैडो का इस्तेमाल करें। कोई ऐसा शेड सलेक्ट करें जो आपकी स्किन टोन से मैच खाता हो।
• वॉटरप्रूफ मस्कारा लगाएं। वॉटरप्रूफ मस्कारा पूरे दिन आंखों पर टिका रहता है।