प्राणायाम क्या है - What is Pranayama in Hindi
प्राण (साँस) पर नियन्त्रण ही प्राणायाम है। जब प्राण एक बार किसी के वश में हो जाता है, वह स्वेच्छानुसार सुदीर्घ जीवन, दृढ़ संकल्प, शान्ति तथा आनन्द की प्राप्ति कर सकता है। पद्मासन ही एक ऐसा श्रेष्ठ आसन है, जिसमें प्राणायाम किया जाता है।
प्राणायाम के तीन क्रम है - Stages of Pranayama in Hindi
- रेचक - साँस को बाहर निकालना
- पूरक - साँस को अन्दर लेना
- कुम्भक - साँस को रोकना
कुम्भक भी तीन भागों में किया गया हैं:-
- अन्त: कुम्भक - साँस को अन्दर लेकर रोकना
- बाह्य कुम्भक - साँस को बाहर निकालकर रोकना
- कैवल्य कुम्भक - साँस जहाँ भी हो वहीं रोकना