आज के समय में सभी अपने सौंदर्य, रहन-सहन और फिटनेस को लेकर जागरूक हैं। जिसका प्रमाण जिम व पार्लर में युवाओं की बढ़ती संख्या से मिलता है। साथ ही बाज़ार में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए प्रोडक्ट्स मिल रहे हैं, हालाँकि इनमें से कुछ तो विश्वसनीय होते हैं लेकिन अधिकतर अपनी कसौटियों पर खरे नहीं उतर पाते। ऐसे में जरूरत होती हैं उन तरीकों या विधियों की जिनपर आँख मूँद कर भरोसा किया जा सके, इन्हीं पद्धतियों में शामिल है योग।
योग एक ऐसा माध्यम है जिसका नियमित अभ्यास आपको किसी भी दवा से बेहतर व संतोषजनक परिणाम दे सकता है। ऋषि- मुनियों के समय से प्रचलित यह विद्या आज पूरे विश्व द्वारा अपनाई जा रही है। इससे न केवल आप एक अद्भुत शांति का अनुभव करते हैं बल्कि शारीरिक स्फूर्ति के लिए भी योग सबसे आसान व उपयुक्त है। योग में शामिल कुछ विशेष आसनों से आप शरीर की अतिरिक्त चर्बी से छुटकारा पाकर चुस्त-दुरुस्त काया पा सकते हैं वो भी बिना किसी दुष्प्रभाव के:
नोट- कोई भी आसन करते समय विशेष सावधानी बरतें। यदि आप योग सीख रहें हैं तो किसी जानकार की सलाह अवश्य लें। दर्द या न कर पाने की स्थिति में किसी तरह का जोर न डालें। ध्यान रहे कि निरंतर अभ्यास से ही आप सफल हो पाएंगें।
1. चक्रासन - Chakrasana
इस आसन में पहले पीठ के सहारे लेट जाएं, फिर घुटनों को मोड़ें और दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाकर रखें। दोनों हाथ शरीर के बराबर में और हथेलियों को ज़मीन पर टिकाये रखें। धीरे-धीरे अपने शरीर का भार कंधों और पैरों पर डालते हुए कमर और पृष्ट भाग को ऊपर उठाएं। 30 सेकेंड से लेकर 01 मिनट तक इस अवस्था में रहें। फिर शरीर को धीरे-धीरे सतह पर ले आएं। इस अभ्यास को पांच बार दोहराएं।
2. धनुरासन - Dhanurasana
इस आसन की आकृति एक धनुष के समान होती है इसलिए इसे धनुरासन कहा जाता है। सबसे पहले पेट के बल लेट जाएँ और श्वास को सामान्य होने दें। अब दोनों पैरों को ऊपर की ओर लायें और हाथों से पकड़ लें। धीरे-धीरे सिर और पैरों को एक दूसरे के नज़दीक लायें, श्वास के सामान्य होने तक इसी अवस्था में थोड़ी देर के लिए रहें। सांस को छोड़ते हुए पुनः सामान्य अवस्था में आ जाएँ और शरीर को ढीला छोड़ दें।
3. पश्चिमोत्तनासन - Paschimottanasana
इस आसन के अभ्यास से मोटापा दूर तथा मधुमेह का रोग ठीक होता है। अपने पैरों को सामने की ओर करके सीधे बैठ जाएँ, ध्यान रहें आपके दोनों पैर आपस में जुड़े हुए व कमर बिल्कुल सीधी हो। पीठ को सीधा रखते हुए सामने की ओर झुकें और अपने हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को छुएं। इस अवस्था में आपके घुटने मुड़े नहीं होने चाहियें तथा माथे को घुटने से छूने की कोशिश करें। 5 सेकेंड तक इस अवस्था में रहें और धीरे-धीरे वापस उठ जाएँ। शुरुआत में जितना झुक सकते हैं उतना ही झुकें, शरीर को किसी तरह का कष्ट न दें।
4. भुजंगासन - Bhujangansana
मैट पर अपने पेट के बल लेट जाएँ। दोनों हाथों की हथेलियों को सीने के पास जमीन पर टिका कर रखें। ध्यान रहे आपके पैर आपस में जुड़ें हों और दोनों के बीच कोई गैप न हों। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए, कमर तक के हिस्से को ऊपर उठाएं और शरीर का सारा भार अपने हाथों, पैरों व जांघों पर डालें। करीब 30 सेकंड बाद सांस छोड़ते हुए पहले अपनी कमर फिर छाती और अंत में अपना सिर नीचे लायें और विश्राम अवस्था में लेट जाएँ।
5. उत्तान पादासन - Uttanpadasana
ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएँ और अपने हाथों को शरीर के पास सीधा रखें। धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं और हाथों को अपने पृष्ट भाग के नीचे ले जाएँ। अब पैरों को पहले 30 डिग्री के कोण तक उठाएं और थोड़ी देर ऐसे ही रहें फिर 60 डिग्री के कोण की स्थिति तक आयें और थोड़ी देर रुकें, अंत में पैरों को 90 डिग्री का कोण बनाने तक की सीध पर उठा लें। यह आसन आपके वजन कम करने के प्रयास में पूर्ण रूप से योग्य साबित होगा।