ऐसा माना जाता है कि पितृ अपने परिवार की रक्षा कवच की तरह होते हैं। वह अपने परिवार और अपनी पीढ़ियों के बारे में ही सोचते हैं। उनकी समय-समय पर सहायता करते हैं।