पर्व

ईद उल फितर - Eid ul Fitr

ईद इस्लाम धर्म का सबसे प्रमुख पर्व होता है। इस्लाम धर्म में सबसे प्रमुख ईद "ईद उल फितर" को माना जाता है।

हदीथस में ईद का महत्व (Importance of Eid in Hadish)

इस्लाम धर्म की धार्मिक पुस्तक हदीस में इस बात पर विशेष जोर दिया गया है कि ईद-उल-जुहा और ईद-उल-फित्र के दिन मुसलमानों को अवश्य नमाज पढ़नी चाहिए। हदीस के अनुसार ईद मुसलमानों के लिए बेहद खुशी का दिन होता है। ईद के दिन अल्लाह अपने बंदों पर अवश्य मेहरबानी करते हैं। ईद द्वारा अल्लाह ने लोगों में मानवता के भाव को जगाए रखने की भी व्यवस्था की है। ईद के दिन जकात को बेहद अहम और अनिवार्य माना जाता है।  साल भर में आने वाली तीन मुख्य ईद निम्न है:

ईद-उल-फित्र (Eid-ul-Fitr)

साल 2021 में ईद उल फित्र 13 मई को मनाई जाएगी। हदीस के अनुसार ईद उल फित्र अल्लाह की दी हुई पेशकश या भेंट हैं। रमज़ान के पूरे महीने रोज़े रख मुस्लिम मन और तन से पवित्र हो जाते हैं और अल्लाह को लगातार याद कर एक आध्यात्मिक संबंध का अनुभव करते हैं। ईद उल फित्र इस अनुभव को और भी यादगार बनाने का काम करता है।

ईद-उल-ज़ुहा (Eid-ul-Juha)

ईद-उल-ज़ुहा एक प्रमुख इस्लामिक त्यौहार है, इसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है। ईद-उल-ज़ुहा के मौके पर मुस्लिम संप्रदाय के लोग "अल्लाह के प्रति अपनी आस्था और वफादारी दिखाने" के लिए बकरे या अन्य जानवरों की कु़र्बानी देते हैं। इस वर्ष भारत में ईद-उल-ज़ुहा (बकरीद) का त्यौहार "22 अगस्त" को मनाया जाएगा।

ईद-ए-मिलाद (Eid-e-Milad)

ईद-ए-मिलाद पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के जन्म की खुशी में मनाई जाती है। ईद-ए-मिलाद को "ईद मिलाद-उन-नबी" और "बारहवफात" के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष भारत में ईद-ए-मिलाद का त्यौहार "21 नवम्बर" को मनाया जाएगा।