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Navratri 2023 : जानिये किस पे सवार हो के आ रही हैं माँ दुर्गा इस बार, क्या हैं इसके मतलब

नई दिल्ली , 12 अक्टूबर 2023 : शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि की शुरुआत जिस दिन होती है, उस दिन माता दुर्गा की सवारी का भी चयन किया जाता है। यह माना जाता है कि माता की सवारी उनके आगमन और प्रस्थान का संकेत देती है।

2023 में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू होगी और 24 अक्टूबर को समाप्त होगी। इस बार माता दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और भैंसे पर प्रस्थान करेंगी।

हाथी की सवारी को शुभ माना जाता है। यह बल, शक्ति और ज्ञान का प्रतीक है। माता दुर्गा के हाथी पर सवार होकर आने का मतलब है कि वे अपने भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाने के लिए आई हैं।

भैंसे की सवारी को अशुभ माना जाता है। यह युद्ध और क्रोध का प्रतीक है। माता दुर्गा के भैंसे पर सवार होकर प्रस्थान करने का मतलब है कि वे दुनिया में फैली बुराई को दूर करने के लिए जा रही हैं।

इस प्रकार, शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा की सवारी उनके आने और जाने के बारे में एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह हमारे जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकता है।

यहाँ शारदीय नवरात्रि में माता की सवारी और उसके अर्थ के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:

  1. हाथी पर सवार होकर आने वाली माता दुर्गा का मतलब है कि वे अपने भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाने के लिए आई हैं।

  2. भैंसे पर सवार होकर प्रस्थान करने वाली माता दुर्गा का मतलब है कि वे दुनिया में फैली बुराई को दूर करने के लिए जा रही हैं।

  3. यदि माता दुर्गा किसी व्यक्ति की कुंडली में शुभ ग्रहों के साथ आती हैं, तो यह व्यक्ति के लिए शुभ होता है।

  4. यदि माता दुर्गा किसी व्यक्ति की कुंडली में अशुभ ग्रहों के साथ आती हैं, तो यह व्यक्ति के लिए अशुभ होता है।

    यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह केवल एक विश्वास है। माता दुर्गा की सवारी का हमारे जीवन पर कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

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