नई दिल्ली , 29 अगस्त : हनुमान जी को पवनपुत्र, महाबली, अंजनी पुत्र, रामभक्त हनुमान आदि नामों से जाना जाता है। वे भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त थे और उन्होंने अपने भक्ति और समर्पण से उन्हें कई कठिन परिस्थितियों से बचाया। हनुमान जी को अष्टसिद्धि और नवनिधियों का दाता भी माना जाता है। यहाँ हम बात करे रहे हैं हनुमान जी के 12 नाम, उनके अर्थ और मंत्रो के बारें में !!
हनुमान जी के 12 नाम हैं, जो निम्नलिखित हैं:
हनुमान
अंजनी सुत
वायुपुत्र
महाबली
रामेष्ट
फाल्गुनसखा
पिंगाक्ष
अमितविक्रम
उदधिक्रमण
सीताशोकविनाश
लक्ष्मणप्राणदाता
दशग्रीवदर्पहा
इन 12 नामों का अपना महत्व है और इन्हें अलग-अलग मंत्रों से पूजा जाता है। इन मंत्रों का जाप करने से भक्तों को विभिन्न लाभ प्राप्त होते हैं।
हनुमान नाम का अर्थ है "वह जो डर को दूर करता है"। इस नाम का मंत्र है "ॐ हनुमताय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को भय से मुक्ति मिलती है और वे साहस और शक्ति प्राप्त करते हैं।
अंजनी सुत नाम का अर्थ है "अंजनी का पुत्र"। इस नाम का मंत्र है "ॐ अंजनीसुताय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को माता अंजनी की कृपा प्राप्त होती है और वे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
वायुपुत्र नाम का अर्थ है "वायु का पुत्र"। इस नाम का मंत्र है "ॐ वायुपुत्राय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को वायु देवता की कृपा प्राप्त होती है और वे शक्ति और ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
महाबली नाम का अर्थ है "महान बलवान"। इस नाम का मंत्र है "ॐ महाबलाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को महाबली हनुमान की कृपा प्राप्त होती है और वे सभी कठिनाइयों से दूर हो जाते हैं।
रामेष्ट नाम का अर्थ है "श्री राम का सबसे प्रिय भक्त"। इस नाम का मंत्र है "ॐ रामेष्टाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को श्री राम की कृपा प्राप्त होती है और वे सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं।
फाल्गुनसखा नाम का अर्थ है "पवनपुत्र हनुमान और श्री राम के साथी"। इस नाम का मंत्र है "ॐ फाल्गुनसखाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को श्री राम और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है और वे सभी सुखों को प्राप्त करते हैं।
पिंगाक्ष नाम का अर्थ है "लाल आंखों वाला"। इस नाम का मंत्र है "ॐ पिंगाक्षाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को अद्भुत दृष्टि प्राप्त होती है और वे सभी बाधाओं को दूर कर सकते हैं।
अमितविक्रम नाम का अर्थ है "असीमित पराक्रम वाला"। इस नाम का मंत्र है "ॐ अमितविक्रमाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को असीम शक्ति और साहस प्राप्त होता है और वे सभी कार्यों में सफल होते हैं।
उदधिक्रमण नाम का अर्थ है "समुद्र को पार करने वाला"। इस नाम का मंत्र है "ॐ उदधिक्रमणाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को सभी बाधाओं को पार करने की शक्ति प्राप्त होती है और वे सभी कठिनाइयों से दूर हो जाते हैं।
सीताशोकविनाश नाम का अर्थ है "सीता के दुख को दूर करने वाला"। इस नाम का मंत्र है "ॐ सीताशोकविनाशाय नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को सीता माता की कृपा प्राप्त होती है और वे सभी दुखों से मुक्त हो जाते हैं।
लक्ष्मणप्राणदाता नाम का अर्थ है "लक्ष्मण को जीवन देने वाला"। इस नाम का मंत्र है "ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः"। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को लक्ष्मण जी की कृपा प्राप्त होती है !
अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in
डिसक्लेमर
इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।