Mantra of  Chandraghanta  Mata
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Chandraghanta Mata Mantra: नवरात्रि के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानें मंत्र और पूजा विधि

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क।11April 2024। मां चंद्रघंटा 10 हाथों की देवी कहलाती हैं। आज के दिन माता को दूध से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए ऐसा करने से माता प्रसन्न होती है। खूब माता की कृपा पाने के लिए आज के दिन आपको उनके चमत्कारी मंत्रों का भी जाप करना चाहिए।

पूजा विधि

माता चंद्रघंटा की पूजा के लिए आप को सर्वप्रथम जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात पूजा स्थान पर गंगाजल छिड़कें। फिर मां चंद्रघंटा का ध्यान करें और उनके समक्ष दीपक प्रज्वलित करें। अब माता रानी को अक्षत, सिंदूर, पुष्प आदि चीजें अर्पित करें। इसके बाद मां को प्रसाद के रूप में फल और केसर-दूध से बनी मिठाइयों या खीर का भोग लगाएं। फिर मां चंद्रघंटा की आरती करें। पूजा के पश्चात किसी भी गलती के लिए क्षमा याचना करें।

माँ चंद्रघंटा का महत्व

मां चंद्रघंटा की कृपा से जातक पराक्रमी व निर्भय हो जाता है। माँ दुर्गा का तीसरा स्वरूप चंद्रघंटा माता हैं।माता अपनी आदिशक्ति और शक्तिशाली स्वरूप को प्रकट करती हैं। चंद्रघंटा का अर्थ है चंद्रमा के घंटा बजाने वाली और इस रूप में माँ दुर्गा का वह स्वरूप है जो शांति, सौभाग्य, और समृद्धि को संकेत करता है। उनकी पूजा से भक्तों को आत्मिक ऊर्जा, भक्ति, और शक्ति की आवश्यकता प्राप्त होती है।

माता को प्रसन्न करने के लिए

माता को दूध से बनी हुई चीजें बहुत प्रिय है इसीलिए आज आप खीर,या दूध की कोई भी चीज माता को चढ़कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।

देवी चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिएइसके अलावा माता चंद्रघंटा को शहद का भोग भी लगाया जाता है।

मां चंद्रघंटा को अपना वाहन सिंह बहुत प्रिय है और इसीलिए गोल्डन रंग के कपड़े पहनना भी शुभ है।इसके साथ ही आज आप भूरे रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं।

इन मंत्रों का करें जाप

"ॐ श्रंग ह्रीं क्लीं चंद्रघंटायै नमः।"

‘ऐं श्रीं शक्तयै नम:’

ॐ एं ह्रीं क्लीं

पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।

प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।

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