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भविष्य रेखा

भविष्य और हस्त रेखा:

गुरु पर्वत पर क्रॉस वैसे तो क्रोस या गुणन का चिन्ह हाथ में कहीं भी हो तो उसका अशुभ ही परिणाम देखने में आता है, परंतु गुरु पर्वत पर क्रॉस की उपस्थिति बहुत ही शुभ होती है। अगर हथेली में गुरु पर्वत पर क्रॉस पाया जाता है तो इसका सीधा संबंध संपन्न और सुखद जीवन से होता है, मैंने 90% केसेस में देखा है कि जातक के हाथ में जब गुरु पर्वत पर क्रॉस पाया जाता है तो अधिकांशतः उसकी वैवाहिक स्थिति यानी कि ससुराल पक्ष संपन्न होता है। कोई भी कुशल हस्तरेखा विशेषज्ञ क्रॉस का अध्ययन करते वक्त यह ध्यान रखें कि यह चिन्ह हथेली में किस रेखा पर व किस पर्वत पर स्थित है तभी उस की विवेचना करें और कोई फलादेश करे । गुरु पर्वत पर क्रॉस एक चीज और बताता है की जातक का अपने जीवन में कोई ना कोई एक घनिष्ठ प्रेम संबंध अवश्य ही रहेगा। अगर क्रॉस का चिन्ह गुरु पर्वत पर ऊपर की तरफ यानि कि तर्जनी के पास हो तो कोई प्रेम प्रसंग व्यक्ति के जीवन के प्रारंभिक दिनों में शुरु होगा लेकिन वह ज्यादा फलीभूत नहीं हो पाएगा अगर यह निशान गुरु पर्वत पर मध्य में स्थित हो तो जीवन के मध्य काल मे कोई प्रेम अवस्था में कोई प्रेम-प्रसंग जुड़ेगा और काफी समय तक चलने के आसार रहते हैं । क्रॉस का चिन्ह अगर गुरु पर्वत पर काफी नीचे यानी कि हृदय रेखा के समीप हो जीवन कि उत्तरार्ध में कोई प्रेम प्रसंग जुड़ेगा जो कि समय के साथ साथ घनिष्ठ होता जाएगा अतः गुरु पर क्रॉस या गुणन की उपस्थिति अधिकतर शुभफलदायी होती है। कई बार क्रोस का निशान दिल की रेखा व दीमाग की (heart line and brain line) रेखा के बीच मे पाया जाता है, जो यह दर्शाता है कि जातक ईश्रर मे यकीन रखने वाला व कुछ हद तक रुढिवादि प्रकृति का होगा साथ ही ऐसे लोग प्रखर बुद्धि के मालिक होते हैं ।अतः किसी भी कुशल हस्त रेखा शास्त्री को क्रोस का अध्ययन गम्भीरता से करना चाहिए।