वास्तु टिप्स

होटल एवं रेस्टोरेन्ट के लिए वास्तु टिप्स - Hotel Aur Restaurant Ke Liye Vastu Tips

  • होटल एवं रेस्टोरेन्ट बनाने के लिए भूमि का भाग चौकोर और सिंहमुखी हो तो यह वास्तुशास्त्र के अनुसार अच्छा माना जाता है।

  • वास्तुशास्त्र के मुताबिक होटल का निर्माण इस तरीके से किया जाना चाहिए कि, इसकी ऊंचाई दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर अधिक ऊंची हो और उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ से इसकी ऊंचाई कम हो।

  • होटल में यात्रियों को ठहरने के लिए बनाए गए कमरे पश्चिम और दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। कमरे का द्वार पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।

  • वास्तु नियमों के अनुसार कमरों के अंदर शौचालय, स्नान घर, पलंग टी.वी आदि आवासनिय भवन के शयन कक्ष के अनुरूप होना चाहिए।

  • होटल एवं रेस्टोरेन्ट के किचन दक्षिण पूर्व दिशा में और भोजन कक्ष भूमितल पर दक्षिण या पश्चिम में बनाना उचित माना जाता है।

  • वास्तुशास्त्र की दृष्टि से होटल एवं रेस्टोरेन्ट में खान-पाने का कक्ष या कैफेटेरिया पश्चिम या दक्षिण दिशा में होना चाहिए।

  • होटल का स्वागत कक्ष या रिसेपशन प्रवेशद्वार के नजदीक पश्चिम या दक्षिण में इस प्रकार बनाए जाने चाहिए ताकि स्वागतकर्ता का मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ हो।