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Shardiya Navratri 2023: कन्या पूजन में दें कन्याओं को ये उपहार, सफल हो जाएंगे आपके 9 व्रत

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: देशभर में शारदीय नवरात्र की गूंज हर्षोउल्लास से सुनाई दे रही है। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मां दुर्गा के 9 सिद्ध स्वरूपों की उपासना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इन दिनों पूजा पाठ और उपवास करने से भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं। और उसके जीवन से सभी दुख दूर हो जाते हैं। इस पर्व के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि को कन्या पूजन किया जाता है।  इस दिन 9 छोटी कन्याओं को घर पर आमंत्रित कर हलवा पूरी और चना या खीर पूरी का भोग लगाया जाता है। लेकिन इन सभी कन्याओं के साथ एक लंगूर अर्थात छोटे लड़के को भी भोग लगाना जरूरी होता है। ऐसा क्यों किया जाता है। तो चलिए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण है और साथ ही यह भी जानते हैं की कन्याओं को कौन सी ऐसी चीज पांच चीजें अर्पित करनी चाहिए।  जिससे मां प्रसन्न होती है।

सिक्के

नवरात्रि में कन्याओं को विदा करते समय उन्हें दक्षिणा के रूप में कुछ रुपए या पैसे देने जरूर देने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होती है। और आपका घर धन से भर देती हैं। इस दौरान हो सके तो कन्याओं को अपनी समर्थ के अनुसार पैसे दें। 

कोछ के चावल 

परंपराओं के अनुसार कन्याओं को जब विदा किया जाता है तो विदाई में उनको कोछ दिया जाता है। इस कोछ में चावल  दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे घर में धन-धान्य में वृद्धि होती है। नवरात्र में आप कन्या भोज करें तो विदा करते हुए उन्हें चावल या जीरा देना चाहिए। जीरा भी काफी शुभ माना गया है। 

श्रंगार सामग्री

नवरात्र में कन्या भोज कराने के बाद भेंट के तौर पर कन्या को श्रृंगार की सामग्री उपहार में देनी चाहिए यह श्रृंगार सामग्री पहले माता को अर्पित करनी चाहिए।  उसके बाद छोटी-छोटी कन्याओं में बांटनी चाहिए।

मिठाई

कन्या भोज कराने के बाद आपको कम से कम भोज में एक मिठाई तो शामिल करनी चाहिए। अगर किसी वजह से आप मिष्ठान में शामिल नहीं कर पा रहे हैं। तो साफ सूजी या आटे का हलवा कन्याओं को खिला सकते है। आप दान भी कर सकती हैं। 

फल

नवरात्रि का कन्या भोज या कन्या पूजन करने के बाद  कन्याओं को कम से कम एक मौसमी फल जरुर देना चाहिए। ऐसा  माना जाता है कि नवरात्रि में कन्या को फल देने से आपके अच्छे  कर्मों का फल कई गुना वापस होकर प्राप्त होता है। फल को शुभ माना जाता है। आप फलों में नारियल , केला , संतरा सेब आदि भेंट के रूप में दे सकते हैं। 

कन्या पूजन में क्यों जरूरी है लंगूर

कन्या पूजन में नौ कन्याओं के साथ लंगूर को बैठाया जाता है और इसकी भी पूजा की जाती है । कन्या को थाली में जो भोग परोसे जाते हैं। वही भोग  लंगूर को भी भरोसा जाता है।  इसके बाद उसके पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है और दक्षिणा देकर विदा कर दिया जाता है। नवरात्रि में कन्या पूजन और भैरव पूजन करने के बाद ही व्रत सफल होता है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि की पूजा में नौ कन्याओं को पूजा देवी दुर्गा के नौ रूपों की तरह देखा जाता है।  तो वही बालक को भैरव बाबा माना जाता है। इसलिए कन्या पूजन के दौरान एक लंगूर को जरूर शामिल किया जाता है।